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रविवार, 25 मार्च 2012

मत हो तू उदास ..!!!!!


जीवन है ....
चलते  तो रहना ही है
इस रौशनी की
चकाचौंध में ,


शायद!
नज़र न आऊं तुझे
मै जो खड़ी हूँ ,अँधेरे में !
ध्यान से  देखना ,


मेरी रूहें ,मेरा साथ
पकड़ खड़ी हैं  तेरा हाथ
मत हो तू उदास
सदा  हूँ , मै तेरे पास ...!!!!!



5 टिप्पणियाँ:

vsdk creation and collection ने कहा…

bahut achhi hai

Anupama Tripathi ने कहा…

गहन अभिव्यक्ति ...
सुंदर आस भरी रचना ...!!

सदा ने कहा…

बहुत खूब।

mridula pradhan ने कहा…

behad bhawbhini......

Pallavi saxena ने कहा…

मत हो तू उदास तेरे पास-पास मैं रहूँगा ज़िंदगी भर ....सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति....

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