प्रिय मित्रो,
आज मैं अपने वतन से बहुत दूर हूँ । पर आज भी मुझे अपने देश से उतना ही प्रेम हैं जितना पहले था क्योंकि मैं उसी देश की मिट्टी में जन्मी हूँ । पर मेरे बच्चे भारतीय संस्कृति से दूर होकर भी वतन के बहुत करीब हैं । देश की स्वतंत्रता से सम्बंधित मेरी बिटिया ने कुछ पंक्तिया लिखी हैं जो मैं आपके सामने इस ब्लॉग के द्वारा प्रस्तुत कर रही हूँ ।
हम भूल नही सकते उस मिट्टी को जिसने हमें जन्म दिया,
हम भूल नही सकते उस वतन को जिसने हमें पहचान दिया,
हम भूल नही सकते उस javano को ,
जिसने अपनी qurbani दी ,
जन hatheli पर रखकर ,
शान bachaya इस देश की ,
so lets pay tribute to all those who gave us the glorius gift of freedom
JAI HIND !!!
rakshita