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गुरुवार, 13 अगस्त 2009

स्वतंत्र दिवस


प्रिय मित्रो,

आज मैं अपने वतन से बहुत दूर हूँ । पर आज भी मुझे अपने देश से उतना ही प्रेम हैं जितना पहले था क्योंकि मैं उसी देश की मिट्टी में जन्मी हूँ । पर मेरे बच्चे भारतीय संस्कृति से दूर होकर भी वतन के बहुत करीब हैं । देश की स्वतंत्रता से सम्बंधित मेरी बिटिया ने कुछ पंक्तिया लिखी हैं जो मैं आपके सामने इस ब्लॉग के द्वारा प्रस्तुत कर रही हूँ ।



हम भूल नही सकते उस मिट्टी को जिसने हमें जन्म दिया,

हम भूल नही सकते उस वतन को जिसने हमें पहचान दिया,

हम भूल नही सकते उस javano को ,

जिसने अपनी qurbani दी ,

जन hatheli पर रखकर ,

शान bachaya इस देश की ,



so lets pay tribute to all those who gave us the glorius gift of freedom

JAI HIND !!!


rakshita

3 टिप्पणियाँ:

लोकेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा…

वाह बहुत खूब......
हर भारतवाशी में सोच यही बनी रहे......
और ये बच्चे जब हम से आगे निकलते है तो खुशियाँ और बढ़ जाती हैं.....
साधना जी.... मै आपकी बिटिया को उसकी इस रचना पर बधाई देता हूँ........ और उसके शुभ भविष्य की कामना करता हूँ......
जय हिन्द....

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

बिटिया को बधाई ....देश भक्ति भावना के लिए !!

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) ने कहा…

Yes! Jai hind.............

aapka blog dekh araha tha......... lekin wo blocked tha........... sirf invited readers ke liye tha........

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