मदर्स डे पर आप सभी को शुभकामनायें। मेरी बेटी की कविता मेरे लिए ......
मेरी माँ
मेरी माँ है
सबसे प्यारी
सबसे न्यारी
रोज सुबह मुझे उठाती
उठते ही हमें गले लगाती
कितना भी मै उसे सताऊ
फिर भी वो मेरे पीछे आती
मेरी माँ सबसे प्यारी
सबसे न्यारी
उठाते ही मुझे गले लगाती
रक्षिता
मेरी माँ
मेरी माँ है
सबसे प्यारी
सबसे न्यारी
रोज सुबह मुझे उठाती
उठते ही हमें गले लगाती
कितना भी मै उसे सताऊ
फिर भी वो मेरे पीछे आती
मेरी माँ सबसे प्यारी
सबसे न्यारी
उठाते ही मुझे गले लगाती
रक्षिता
8 टिप्पणियाँ:
बेटी ने अतिसुन्दर लिखा है. तुमको ढेर सारी बधाईयाँ.
Kisi Ne sahi Kaha Hai ....
BHAGWAN HAR JAGAH NAHI JA SALATE ...
ISLIYE UNHONE MAA BANAI HAI ....
अच्छा लिखा है रक्षिता ने. भगवन उसकी कलम में और ताकत दे.
Gob bless her.
माँ के प्रति बाल मन की सहज अभिव्यक्ति...मुझे बहुत अच्छी लगी,आपकी बिटिया को बधाई!!कभी मेरे ब्लॉग पर आइये आपका स्वागत है ...
ye to abhi se itna sundar likh rahi hai.
aage kyaa hoga.
All the best, beta.
Bitiya ne bahut sundar kavita likhi hai ...use meree taraf se badhai.aur yadi vah aur bhee kavitayen likhen to mere pas bhejiye ..main unhen apane bachchon vale blog fulbagiya par chitron ke sath prakashit karoonga.
shubhkamnaon ke sath.
HemantKumar
Bahut achchaa laga ek betee kee kavita padhakar.....
Poonam
bahut hi khoobsoorat kavita.......
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