चंद पंक्तियों में गहरी वेदना और चाहत
बेहतरीनसादर
zara si baat.....lekin achchi lagi.
♥ अगर तुम सुनोगे , तो कुछ कहूँगी ...!!!सुंदर रचना
.♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!-राजेन्द्र स्वर्णकार♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥♥*चैत्र नवरात्रि और नव संवत २०६९ की हार्दिक बधाई !* *शुभकामनाएं !* *मंगलकामनाएं !*
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5 टिप्पणियाँ:
चंद पंक्तियों में गहरी वेदना और चाहत
बेहतरीन
सादर
zara si baat.....lekin achchi lagi.
♥
अगर तुम सुनोगे , तो कुछ कहूँगी ...!!!
सुंदर रचना
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नव संवत् का रवि नवल, दे स्नेहिल संस्पर्श !
पल प्रतिपल हो हर्षमय, पथ पथ पर उत्कर्ष !!
-राजेन्द्र स्वर्णकार
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*चैत्र नवरात्रि और नव संवत २०६९ की हार्दिक बधाई !*
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