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सोमवार, 17 जनवरी 2011

एक चिट्ठी रश्मि दीदी के नाम !!!!



नमस्कार दी !!
दीदी मै आपकी ब्लॉग पे रोज़ आती हूँ !मुझे आपकी ब्लॉग एक"गीता"की सारांश जैसी दिखती है !कहते है न की हर समस्या का हल "गीता" में लिखा होता है !उसी तरह मुझे आपकी रचनायें दिखती है !
मुझे जब भी कोई परेशानी हुई है ,मै आपकी रचनायें पढ़ती हूँ और हमेशा मुझे अपने सवालों का जबाब मिल जाता है! मुझे हमेशा एक सकारात्मक शक्ति मिलती रही है आपकी रचना से !
दीदी, फिर आप सोचती होंगी की मै टिप्पणी क्यों नहीं देती हूँ ...मुझे ऐसा लगता है कि मै आपकी रचना की समीक्षा करू.... इतनी काबिल नहीं हूँ मै इसीलिए बिना कुछ लिखे वापस आ जाती हूँ ..दिल से आपको शुक्रिया कहती हूँ ..!!

आपकी छोटी बहन
साधना :::--

13 टिप्पणियाँ:

रश्मि प्रभा... ने कहा…

तुमने जो प्यार दिया है , वह करोड़ों टिप्पणियों से अधिक मूल्यवान है ...
तुमको मेरे शब्द सुकून देते हैं , यह मेरा सुकून हैh

shikha varshney ने कहा…

सच कहती हो .रश्मि जी की कवितायेँ सुकून पहुंचाती हैं.

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

सच कहा ---मुझे भी बहुत मुश्किल होती है कुछ लिखने में ...क्यों कि उनकी रचनाएँ महसूस होती हैं ....

mridula pradhan ने कहा…

naam ke anuroop rashmi prabha jee ki kavitayen prakash failati rahti hain.

Avinash Chandra ने कहा…

शत प्रतिशत सहमत.
बहुत मिठास है उन शब्दों में, और वो मिठास धवल है, शांत है...

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" ने कहा…

दीदी की रचनाओं में जीवन दर्शन ... सत्य की परछाई होती है ... शायद इसलिए उन्हें पढकर मन को सुकून मिलता है ...
जब हम अपने दर्द को कहीं और देख लेते हैं तो हमें वहां से मानसिक सहारा मिलता है ...

निर्मला कपिला ने कहा…

saadhanaa jee ne sahee kahaa hai| apanee see lagatee hain aapakee rachanayen.

अरुण चन्द्र रॉय ने कहा…

सच कह रही हैं साधना जी.. रश्मि जी कवितायें जीवन दर्शन होती हैं..

सदा ने कहा…

आपने बिल्‍कुल सच कहा है, रश्मि दी के लिये उनकी स्‍नेहिल छवि और रचनाओं के बारे में हर रचना यूं जैसे स्‍वयं आपका प्रतिबिम्‍‍ब जीवन दर्शन ...अगर उनकी आपके ब्‍लाग पर टिप्‍पणी है तो आपकी पोस्‍ट सार्थक ...जैसे उंगली पकड़कर कोई बच्‍चा मां के साथ होता है बिल्‍कुल वैसी ही हैं ...उनके लिये आपके यह सम्‍मान प्रशंसनीय है बधाई ।

ZEAL ने कहा…

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साधना जी , बिलकुल सही लिखा आपने । रश्मि जी की रचनाएँ सदैव मार्गदर्शन करती हैं।

सदा जी ने तो मेरे मन की बात लिख दी।

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Rajiv ने कहा…

दीदी,आपकी रचनाओं में सार-तत्व का सदा ही आधिक्य रहा है जो किसी-न-किसी रूप में मार्गदर्शी हो जाता है कई बार मुझे भी ऐसा ही लगता है

वाणी गीत ने कहा…

रश्मिजी , कम शब्दों में इतना कुछ कह जाती हैं की बस उसे महसूस करते ही रहो ...
रश्मि जी सकारात्मक उर्जा की स्त्रोत हैं , आप-हम सहित बहुत लोगों के लिए आदर्श !

Hemant Kumar Dubey ने कहा…

रश्मि दीदी की रचनाएं बहुत सुकून देती हैं | काव्य के जरिये वे जीवन का ढंग सिखा जाती है | अनूठी ताकत दे जाती है |

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