चंद शब्द और अहसासों का सागर समेटे हुए ..यक़ीनन दाद की हक़दार है ये पंक्तियाँक़ुबूल करें
sambhal ker chalne per bhi kai baar khwaab toot jate hain ...
kitne toote hain khwaab ab aisa n ho koi thes na lage jara sambhal ke chalo
ख्वाबों को सहेजते हुए...सुन्दर शब्द रचना!
sadhna ji chhoti si rachna me badi baat.bahut hi achhi lagi aapki post. poonam
साधना जी चंद शब्दों में आपने अपनी रचना के माध्यम से बहुत कुछ कह दिया .......
behad khoobsurat.
बहुत लाजवाब और उम्दा लिखा है......गहरी बात आसानी से कह दी आपने
ख्वाब जो टूट जाते हैं..बहुत तकलीफ देते है....काश...आपका कोई ख्वाब कभी न टूटे
विजेट आपके ब्लॉग पर
9 टिप्पणियाँ:
चंद शब्द और अहसासों का सागर समेटे हुए ..यक़ीनन दाद की हक़दार है ये पंक्तियाँ
क़ुबूल करें
sambhal ker chalne per bhi kai baar khwaab toot jate hain ...
kitne toote hain khwaab
ab aisa n ho
koi thes na lage
jara sambhal ke chalo
ख्वाबों को सहेजते हुए...
सुन्दर शब्द रचना!
sadhna ji
chhoti si rachna me badi baat.
bahut hi achhi lagi aapki post.
poonam
साधना जी चंद शब्दों में आपने अपनी रचना के माध्यम से बहुत कुछ कह दिया .......
behad khoobsurat.
बहुत लाजवाब और उम्दा लिखा है......गहरी बात आसानी से कह दी आपने
ख्वाब जो टूट जाते हैं..बहुत तकलीफ देते है....काश...आपका कोई ख्वाब कभी न टूटे
एक टिप्पणी भेजें